Village business ideas: इस मशीन के साथ गाँव में 1 लाख तक, खुद करो या किराये पर दो

Village business ideas: नमस्कार दोस्तों! एक बार फिर से आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर। इस बार हम आपके लिए एक बहुत ही खास और उपयोगी बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं, विशेष रूप से हमारे किसान भाइयों के लिए। कृषि उपकरणों में आई नई क्रांति के तहत, हम आपके लिए एक कम बजट वाला मिनी ट्रैक्टर लेकर आए हैं, जो आपके खेती के काम को और भी आसान बना देगा।

इस लेख में, हम इन मिनी ट्रैक्टर्स के विभिन्न मॉडल्स और उनके उपयोग के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करेंगे।

मिनी ट्रैक्टर: एक बहुपयोगी मशीन

ये ट्रैक्टर ट्रॉली चलाने, कल्टीवेटर चलाने, गुड़ाई करने जैसे कार्यों में उपयोगी हैं। चलिए, इन ट्रैक्टर्स की खासियतों और उनके मॉडल्स पर एक नज़र डालते हैं।

मॉडल्स और उनकी विशेषताएँ

  1. AD 100 मॉडल
    • इंजन: 212 CC पेट्रोल इंजन
    • फ्यूल टैंक: 3.6 लीटर की क्षमता
    • खपत: प्रति घंटे लगभग 1 से 1.25 लीटर
    • उपयोग: ट्रॉली, कल्टीवेटर, स्प्रे पंप और पानी के पंप को चलाने में सक्षम।
    • अन्य सुविधाएँ: इसमें पीटीओ (पॉवर टेक-ऑफ) दिया गया है, जिससे आप थ्रेसर, रिपर आदि जैसे उपकरण भी चला सकते हैं।
  2. छोटा मिनी मॉडल
    • इंजन: 208 CC
    • विशेषताएँ: छोटे खेती कार्यों के लिए आदर्श, जैसे सब्जियों की खेती, फूलों की गुड़ाई आदि।
    • फ्यूल टैंक: 3.6 लीटर
    • गियर सिस्टम: अलग-अलग गियर की व्यवस्था, जिससे यह छोटे क्षेत्रों में भी आसानी से काम कर सकता है।
    • उपयोग: कम गहराई वाली गुड़ाई और छोटे पैमाने की खेती।

मशीन के उपयोग की विधि

  1. इंजन स्टार्ट करना:
    • स्विच ऑन करें, एक्सेलरेटर को हल्का सा दबाएं और रस्सी खीचें। अगर पहली बार में स्टार्ट नहीं होता है, तो चौक का उपयोग करें और रस्सी को फिर से खीचें।
  2. गियर सिस्टम:
    • गियर को शिफ्ट करने के बाद क्लच को दबाएं, जिससे ट्रैक्टर आगे बढ़ सके। स्पीड को एडजस्ट करने के लिए हैंड एक्सेलरेटर का उपयोग करें।
    • बैक गियर का उपयोग न्यूट्रल पोजीशन में ट्रैक्टर को पीछे ले जाने के लिए किया जाता है।
  3. ब्लेड और इंप्लीमेंट सेटअप:
    • ब्लेड को एक्सल पर पिन सिस्टम के माध्यम से फिट करें। इसका उपयोग गुड़ाई के लिए किया जा सकता है।
  4. ट्रॉली अटैचमेंट:
    • ट्रॉली को लेवलर प्वाइंट से जोड़कर ट्रैक्टर को ट्रॉली के रूप में उपयोग किया जा सकता है। इससे ट्रैक्टर सामान ढोने का भी काम करता है।

ट्रैक्टर की मेंटेनेंस और सर्विसिंग

मिनी ट्रैक्टर्स का रखरखाव बहुत ही आसान है:

  • सर्विसिंग: हर 15-20 लीटर पेट्रोल की खपत के बाद ट्रैक्टर की सर्विसिंग की जाती है।
  • मेंटेनेंस: मोटरसाइकिल की तरह ही, प्लग की सफाई और एयर क्लीनर को समय-समय पर साफ करना।
  • गेरंटी: इंजन की 6 महीने की गारंटी दी जाती है, लेकिन अन्य भागों पर एक्सीडेंटल नुकसान की गारंटी नहीं होती।

कीमत और उपलब्धता

मिनी ट्रैक्टर्स की कीमत ₹25,000 से शुरू होती है और यह ₹1.5 लाख तक जाती है।

  • ऑनलाइन ऑर्डर: ग्राहक इन्हें ऑनलाइन भी मंगवा सकते हैं।
  • सबसिडी: सरकार की ओर से भी सब्सिडी उपलब्ध है, जो महिला किसानों के लिए 50% और पुरुष किसानों के लिए 40% तक की है।

निष्कर्ष

मिनी ट्रैक्टर्स एक सस्ती और बहुपयोगी मशीन है जो छोटे और मध्यम किसानों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। यह कम बजट में अधिकतम कृषि कार्यों को पूरा करने की क्षमता रखता है। अगर आप भी एक ऐसे ट्रैक्टर की तलाश में हैं जो आपके सभी कृषि कार्यों को सरल और आसान बना दे, तो त्रिनेत्र ट्रैक्टर्स के ये मिनी ट्रैक्टर्स आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकते हैं।

आपके विचार हमें कमेंट बॉक्स में अवश्य बताएं और अपने दोस्तों के साथ इस जानकारी को साझा करें।

Also Read: Village Business ideas: 50,000 के अन्दर 15 अनोखे और सफल बिजनेस आइडिया जो आपको 2024 में मालामाल कर सकते हैं

Leave a comment