Business idea: सालोसाल डिमांड के साथ 15 लाख की कमाई, विदेशों से आते है आर्डर

Business idea: सहजन, जिसे मोरिंगा भी कहा जाता है, औषधीय गुणों से भरपूर एक बहुमूल्य सब्जी है। यह बारहमासी पौधा सालभर मांग में रहता है और किसानों को अच्छा मुनाफा कमाने का मौका देता है। पश्चिम चंपारण के रुलहीं गांव के किसान परशुराम सिंह ने मोरिंगा की सफल खेती करके 1,000 पौधे लगाए हैं, जिससे वे सालाना ₹15 लाख तक की कमाई कर रहे हैं।

क्यों सहजन की मांग सालभर रहती है?

मोरिंगा को उसके औषधीय गुणों और पोषण के लिए दुनिया भर में पहचाना जाता है। इसकी पत्तियां, बीज, और फल विटामिन्स, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। मोरिंगा के ताजे फल और उससे बने उत्पादों की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बहुत मांग है। इसकी कई उपयोगिताओं के कारण इसे फार्मा, हेल्थ सप्लीमेंट्स और कॉस्मेटिक्स उद्योगों में भी इस्तेमाल किया जाता है।

मोरिंगा के प्रमुख फायदे:

  • पोषक तत्वों से भरपूर: इसमें विटामिन C, विटामिन A, कैल्शियम, पोटेशियम और आयरन भरपूर मात्रा में होते हैं।
  • औषधीय उपयोग: यह ब्लड शुगर कम करने, सूजन घटाने और दिल की सेहत सुधारने में मददगार है।
  • पर्यावरणीय लाभ: मोरिंगा के पेड़ प्राकृतिक वायु शोधन और मिट्टी की गुणवत्ता सुधारने में भी मदद करते हैं।

ऑर्गेनिक और पौधों पर आधारित उत्पादों की बढ़ती मांग के साथ, मोरिंगा किसानों के लिए सुपरफूड और नैचुरल हेल्थ सप्लीमेंट्स के बढ़ते बाजारों में कदम रखने का शानदार मौका देता है।

सालभर फल देने वाली सबसे अच्छी किस्म

परशुराम सिंह ने PKM-1 किस्म की मोरिंगा की खेती की है, जो पूरे साल फल देती है। यह बारहमासी किस्म किसानों के लिए नियमित आय का स्रोत बनाती है क्योंकि इसे साल में दो बार काटा जा सकता है। हालांकि PKM-1 किस्म उच्च उपज के लिए प्रसिद्ध है, किसानों को स्थानीय जलवायु स्थितियों को भी ध्यान में रखते हुए सही किस्म चुननी चाहिए ताकि उपज बढ़ाई जा सके।

एक पेड़ से 30 किलो तक की उपज

परशुराम सिंह ने 2 हेक्टेयर में अपनी नर्सरी की मेड़ पर 1,000 सहजन के पौधे लगाए हैं। पहले ही साल में, हर पौधे से 15 किलो सहजन की उपज हुई। सबसे अच्छी बात यह है कि मोरिंगा के पेड़ साल में दो बार फल देते हैं, यानी एक पेड़ से 30 किलो उपज सालाना मिलती है। यह उच्च उपज सहजन को किसानों के लिए एक लाभकारी फसल बनाती है।

वित्तीय विवरण और निवेश: संपूर्ण विश्लेषण

किसानों के लिए सहजन की खेती में कम खर्च और उच्च मुनाफा होता है। नीचे परशुराम सिंह की खेती के निवेश और कमाई का विश्लेषण दिया गया है:

फैक्टरविवरण
कुल पौधों की संख्या1,000
प्रति पौधे की सालाना उपज30 किलो
कुल उत्पादन (सालाना)30,000 किलो
प्रति किलो बिक्री मूल्य₹50
कुल सालाना आय₹15,00,000
प्रति पौधा लागत₹35
प्रति पौधा सालाना देखरेख लागत₹200
कुल सालाना निवेश (पौधे + देखरेख)₹2,35,000

इस टेबल से पता चलता है कि न्यूनतम निवेश के साथ भी किसान भारी मुनाफा कमा सकते हैं। इसके अलावा, सहजन के उत्पाद जैसे पत्ते और बीज भी बाजार में काफी लोकप्रिय हैं, जिससे किसान अपनी आय के स्रोत बढ़ा सकते हैं। सहजन की पत्तियों से पाउडर और बीजों से तेल बनाकर किसान और भी अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

मोरिंगा की खेती में मुनाफा बढ़ाने के विशेषज्ञ सुझाव

  1. जमीन का बेहतर उपयोग: यदि आपके पास कम जमीन है, तो सहजन को खेत की मेड़ पर या अन्य फसलों के साथ एग्रोफॉरेस्ट्री सिस्टम में लगाएं ताकि उत्पादन बढ़ सके।
  2. सिंचाई और मिट्टी प्रबंधन: हालांकि मोरिंगा सूखा सहन कर सकता है, फिर भी इसे अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी और नियमित सिंचाई की जरूरत होती है। ड्रिप सिंचाई प्रणाली का इस्तेमाल करके आप उपज बढ़ा सकते हैं और पानी की बर्बादी कम कर सकते हैं।
  3. मूल्यवर्धन: सहजन की पत्तियों से पाउडर या बीज से तेल बनाने के अवसरों की तलाश करें। मोरिंगा पाउडर एक सुपरफूड के रूप में काफी मांग में है, जबकि मोरिंगा का तेल स्किनकेयर और फार्मा उत्पादों में उपयोग होता है।
  4. ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन: यदि आप निर्यात बाजार में जाना चाहते हैं, तो ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन प्राप्त करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऑर्गेनिक मोरिंगा उत्पादों की कीमत अधिक होती है।
  5. बाजार अनुसंधान: स्थानीय व्यापारियों, रिटेलर्स, या एग्रो-एक्सपोर्ट कंपनियों से साझेदारी बनाएं ताकि आपूर्ति श्रृंखला में स्थिरता बनी रहे। मोरिंगा के स्वास्थ्य लाभों को लेकर जागरूकता बढ़ने से इसका निर्यात भी बढ़ रहा है।
  6. सरकारी सहायता: नई फसल की लागत को कम करने के लिए ऑर्गेनिक खेती या कृषि नवाचार के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं और सब्सिडी का लाभ उठाएं।

किसान क्यों करें मोरिंगा की खेती?

मोरिंगा की खेती छोटे और बड़े पैमाने पर खेती करने वाले किसानों दोनों के लिए शानदार अवसर प्रदान करती है। कम लागत और सालभर मांग के चलते यह एक स्थायी और लाभकारी विकल्प है। जैसे-जैसे स्वास्थ्य और वेलनेस उत्पादों के प्रति वैश्विक रुचि बढ़ रही है, मोरिंगा की लोकप्रियता भी बढ़ती जा रही है। इसके औषधीय गुण इसे नैचुरल सप्लीमेंट्स और पौधों पर आधारित उत्पादों के उभरते बाजार में एक बढ़िया विकल्प बनाते हैं।

सही किस्म चुनकर, उचित सिंचाई प्रणाली लागू करके और सहजन के उत्पादों का मूल्यवर्धन करके किसान अपनी आय में स्थिरता ला सकते हैं और अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।

2 thoughts on “Business idea: सालोसाल डिमांड के साथ 15 लाख की कमाई, विदेशों से आते है आर्डर”

  1. Very good business idea of moringa plants and their products, I want to know the Contact person and number for proper guidance.can you please share?
    Thanks

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