Business idea: यह व्यापारी भारत से हरी मिर्च दुबई में बेच कर कमा लेता है करोड़ों, ₹270 किलो

Business idea: भारत से दुबई में हरी मिर्च का निर्यात एक लाभदायक अवसर हो सकता है, लेकिन इसके लिए बाजार की स्थिति, गुणवत्ता नियंत्रण, और लॉजिस्टिक की समझ आवश्यक है। इस आर्टिकल में व्यापारी द्वारा साझा की गई महत्वपूर्ण जानकारी शामिल है, जो आपको इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने में मदद करेगी।

दुबई के बाजार में हरी मिर्च की समझ

दुबई का अल अवीर मार्केट ताजे उत्पादों का एक बड़ा हब है, जिसमें भारत से आयातित हरी मिर्च भी शामिल है। जी4, ईगल, और नंदिता जैसी किस्मों की यहां भारी मांग है, जिसमें गुजरात की ईगल मिर्च सबसे प्रीमियम और लोकप्रिय मानी जाती है। यहां हर रोज मिर्च से भरे कंटेनर आते हैं, इसलिए निर्यातकों के लिए यह जरूरी है कि वे प्रतिस्पर्धी बने रहें और गुणवत्ता को बनाए रखें।

वर्तमान बाजार मूल्य

दुबई में हरी मिर्च की कीमत ₹135 से ₹270 प्रति किलोग्राम के बीच होती है, जो बाजार की स्थिति और भुगतान की शर्तों पर निर्भर करती है। श्री सुप्रियो ने बताया कि उनकी एमपीएस ब्रांड की हरी मिर्च, जिसका शुद्ध वजन 4 किलो और कुल वजन 4.5-4.6 किलो है, वर्तमान में ₹250 प्रति किलोग्राम बिक रही है। हालांकि, बाजार मूल्य आपूर्ति की कमी और मांग के आधार पर बदल सकते हैं।

उत्पादशुद्ध वजनकुल वजनकीमत सीमा (₹/किग्रा)वर्तमान मूल्य (₹/किग्रा)
हरी मिर्च (ईगल)4 किलो4.5-4.6 किलो₹135 – ₹270₹250

निर्यातकों के लिए प्रमुख चुनौतियाँ और सुझाव

नाशवान वस्तुओं जैसे हरी मिर्च का निर्यात करना सावधानीपूर्वक योजना और क्रियान्वयन की आवश्यकता होती है। श्री सुप्रियो द्वारा साझा किए गए कुछ सुझाव इस प्रकार हैं:

  1. स्वयं निरीक्षण: नए निर्यातकों को अपने शिपमेंट के साथ दुबई आना चाहिए ताकि उन्हें बाजार का व्यावहारिक अनुभव हो सके। इससे उन्हें यह समझने में मदद मिलेगी कि उनका सामान किस प्रकार की स्थिति में बाजार में पहुँचता है।
  2. गुणवत्ता नियंत्रण: पैकिंग, सॉर्टिंग, ग्रेडिंग, और प्रीकूलिंग पर ध्यान दें। कंटेनर को कम से कम एक दिन के लिए प्रीकूल किया जाना चाहिए, और ट्रांजिट के दौरान तापमान 7°C पर बनाए रखना चाहिए ताकि मिर्च खराब न हो।
  3. बाजार में उतार-चढ़ाव: हरी मिर्च की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव हो सकता है। निर्यातकों को इन परिवर्तनों के लिए तैयार रहना चाहिए और नुकसान से बचने के लिए अपनी आपूर्ति का प्रबंधन करना चाहिए।

अल अवीर मार्केट में भुगतान शर्तें

यह बाजार दो प्रकार की भुगतान शर्तों पर काम करता है: फिक्स्ड और कमीशन-आधारित। फिक्स्ड भुगतान के लिए आमतौर पर 30 दिनों की क्रेडिट लाइन मिलती है, जबकि कमीशन-आधारित भुगतान समझौते के आधार पर अलग-अलग होता है। एमपीएस डे राइट यह सुनिश्चित करता है कि दुबई पोर्ट पर सामान आने के बाद 2 से 10 दिनों के भीतर भुगतान किया जाए।

भुगतान शर्तविवरणक्रेडिट अवधि
फिक्स्डपूर्व-निर्धारित फिक्स्ड भुगतान30 दिन +
कमीशन-आधारितकमीशन समझौते पर आधारित भुगतानडिलीवरी के बाद 2 से 10 दिन

अतिरिक्त उत्पादों का निर्यात

हरी मिर्च के अलावा, भारत से नारियल जैसे उत्पादों की भी दुबई में भारी मांग है। वर्तमान में, नारियल की कीमत ₹698 से ₹743 प्रति बैग के बीच है, जिसमें औसत बाजार दर ₹495 से ₹585 है। नारियल का निर्यात करने के लिए लगभग ₹12 से ₹13 लाख प्रति कंटेनर का निवेश आवश्यक है, जिससे यह एक लाभदायक व्यापार बन सकता है।

उत्पादलोडिंग पोर्टकीमत सीमा (₹/बैग)औसत बाजार दर (₹/बैग)निवेश (₹/कंटेनर)
नारियलकोचीन पोर्ट₹698 – ₹743₹495 – ₹585₹12 – ₹13 लाख

अंतिम विचार: दुबई के बाजार की संभावनाएँ

दुबई भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जो इसे निर्यातकों के लिए एक संभावनाओं से भरा बाजार बनाता है। हरी मिर्च, नारियल, अदरक और अन्य स्थिर वस्तुएं अच्छी योजनाओं और गुणवत्ता प्रबंधन के साथ अच्छा रिटर्न देती हैं। जो लोग इस बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं, वे एमपीएस डे राइट जैसे स्थापित आयातकों के साथ सहयोग करके मूल्यवान जानकारी और समर्थन प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

अगर सही तरीके से किया जाए तो भारत से दुबई में हरी मिर्च और अन्य नाशवान वस्तुओं का निर्यात बेहद लाभदायक हो सकता है। गुणवत्ता नियंत्रण पर ध्यान देकर, बाजार की स्थिति को समझकर, और आयातकों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखकर, भारतीय निर्यातक दुबई के प्रतिस्पर्धी बाजार में सफल हो सकते हैं।

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