Village Business idea: क्या आप जानते हैं कि नारियल से 57 से ज्यादा उत्पाद बनाए जा सकते हैं? हम सभी नारियल का पानी पीते हैं और सोचते हैं कि यही इसका मुख्य उपयोग है। लेकिन नारियल प्रोसेसिंग से आप काफी पैसा कमा सकते हैं। आज हम आपको एक ऐसे कोकोनट प्रोसेसिंग प्लांट के बारे में बताने जा रहे हैं जहां एक छत के नीचे चार से पांच प्रोसेसिंग यूनिट्स मौजूद हैं। यहां, नारियल के हर हिस्से का उपयोग किया जाता है, चाहे वह बाहर का छिलका हो, अंदर का कोपरा हो या फिर नारियल का पानी।
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कोकोनट प्रोसेसिंग यूनिट
इस प्लांट के प्रोसेसिंग यूनिट और मार्केटिंग के प्रमुख हैं, हमें बताते हैं कि नारियल एक बहुत यूनिक और मिसअंडरस्टूड प्रोडक्ट है। इसमें बहुत सारी वैल्यू एडिशन की संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि कोकोनट का प्राइस मार्केट में बहुत वेरी होता है, इसलिए वैल्यू एडिशन से ज्यादा पैसा कमाया जा सकता है।
नारियल के विभिन्न उत्पाद और उनके उपयोग
यहां नारियल को अलग-अलग प्रोसेसिंग के जरिए विभिन्न उत्पादों में बदल दिया जाता है:
- कोकोनट ऑयल: सूखे नारियल (खोबरा) से तेल निकाला जाता है।
- कोकोनट शेल चारकोल: नारियल के बाहरी शेल को जलाकर चारकोल बनाया जाता है।
- एक्टिवेटेड कार्बन: चारकोल से एक्टिवेटेड कार्बन बनाया जाता है जो टूथपेस्ट और फेयरनेस क्रीम में उपयोग होता है।
- कोकोनट जैगरी: कोकोनट नीरा से जैगरी बनाई जाती है।
- कोकोनट शुगर: कोकोनट के रस से शुगर बनाई जाती है।
कोकोनट ऑयल एक्सट्रैक्शन प्रक्रिया
कोकोनट ऑयल कैसे एक्सट्रैक्ट किया जाता है। इसमें मिलिंग प्रक्रिया के दौरान कोपरा को स्क्रू प्रेस मशीन में डाला जाता है। यह मशीन लगभग 57% से 59% तेल रिकवरी करती है, जबकि घनी में 45% से 46% ही मिलती है।
कोकोनट ऑयल एक्सट्रैक्शन प्रक्रिया:
चरण | विवरण |
---|---|
प्रारंभ | कोपरा को स्क्रू प्रेस मशीन में डालना |
प्रेसिंग | स्क्रू प्रेस के माध्यम से तेल को निकालना |
सेटलमेंट | 4-5 दिनों तक तेल को सेटल होने देना |
फिल्ट्रेशन | प्लेट फिल्टर के माध्यम से तेल को फिल्टर करना |
पैकिंग | फिल्टर किए गए तेल को पैक करना |
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कोकोनट जैगरी और शुगर
कोकोनट नीरा से बनने वाली जैगरी और शुगर भी यहां बनाई जाती हैं। कोकोनट जैगरी को फ्रेश कोकोनट नीरा से प्रोसेस किया जाता है, जिसे पीएच 6.5 से 7 और ब्रिक्स 14 से 15 के बीच में रखा जाता है।
कोकोनट जैगरी और शुगर उत्पादन:
उत्पाद | विवरण | कीमत |
---|---|---|
कोकोनट जैगरी | फ्रेश कोकोनट नीरा से | ₹850 प्रति किलो |
कोकोनट शुगर | कोकोनट रस से | ₹850 प्रति किलो |
फायदे और लागत
अभिजीत सर ने बताया कि किसी भी फार्मर के लिए नारियल की प्रोसेसिंग यूनिट लगाना कितना फायदेमंद हो सकता है।
कोकोनट प्रोसेसिंग यूनिट की लागत:
आइटम | लागत |
---|---|
मशीनरी | ₹1 लाख |
प्रोडक्शन स्केल | ₹1.5-2 लाख |
लेबर कॉस्ट | 2 लोग |
नारियल की खेती करने वाला कोई भी किसान एक छोटी प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकता है। नारियल के हर हिस्से का उपयोग कर वैल्यू एडिशन करना और उसे बाजार में बेचने से दुगना लाभ कमाया जा सकता है।
वैल्यू एडिशन का प्रॉफिट:
चरण | विवरण | प्रॉफिट |
---|---|---|
खोबरा | सीधा बिक्री | ₹8 प्रति किलो |
कोकोनट ऑयल | प्रोसेसिंग और बिक्री | ₹16 प्रति किलो |
वर्जिन कोकोनट ऑयल | प्रोसेसिंग और बिक्री | ₹200 प्रति किलो |
निष्कर्ष
नारियल से बनने वाले उत्पादों की वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग से किसानों को एक नई दिशा मिल सकती है। कोकोनट प्रोसेसिंग प्लांट में हर हिस्से का सही उपयोग कर, बाजार में अच्छी कीमत पर उत्पाद बेचकर अधिक लाभ कमाया जा सकता है।
इस प्रकार, नारियल प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर न केवल किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा किए जा सकते हैं।