Business idea: फूलों से कमाई का सफर जितना दिलचस्प है उतना ही लाभकारी भी। इस लेख में हम एक ऐसे युवा उद्यमी की कहानी जानेंगे, जिन्होंने सूखे फूलों से लाखों का मुनाफा कमाया है। कानपुर के एक होनहार व्यवसायी हैं, जिन्होंने पारंपरिक खेती को एक नई दिशा दी है।
बिजनेस की शुरुआत
युवा उद्यमी ने चार साल पहले फूलों के सूखे उत्पादों का व्यवसाय शुरू किया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने शुरुआत की, तब लोग फूलों को गंगा जी में फेंक देते थे। आज वही फूल 6-7 किलो के नीचे नहीं बिकते। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि वे उनका उत्पाद खरीदेंगे और उन्हें बाजार से बेहतर दाम देंगे।
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बिजनेस मॉडल
युवा उद्यमी ने फूलों को सूखाने का निर्णय लिया ताकि उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ाई जा सके। उन्होंने सोलर ड्रायर का इस्तेमाल करके फूलों को सुखाया। सोलर ड्रायर की मदद से उत्पाद की गुणवत्ता बरकरार रहती है और यह 100% प्योर होता है।
प्रोसेसिंग का तरीका
- तोड़ाई: खेत से फूल तोड़कर कलेक्शन यूनिट में लाना।
- सोलर ड्रायर: फूलों को सोलर ड्रायर में डालना।
- फिनिशिंग: सूखे फूलों को फिनिशिंग यूनिट में प्रोसेस करना।
फूलों की प्रोसेसिंग का लाभ
लाभ | विवरण |
---|---|
फ्रैग्रेंस बरकरार | सोलर ड्रायर में कम तापमान पर सुखाने से खुशबू बनी रहती है। |
क्वालिटी बनी रहती है | धूल और डस्ट से मुक्त, 100% प्योर फूड ग्रेड प्रोडक्ट। |
लंबी शेल्फ लाइफ | सूखे फूलों की शेल्फ लाइफ 2-3 साल तक होती है। |
फ्लेक्सिबल मार्केटिंग | दिन में कभी भी कलेक्शन यूनिट में फूल दे सकते हैं। |
सूखे फूलों से बने उत्पाद
शिवरा के पास वर्तमान में 10-15 उत्पाद हैं जो वे खुद फार्मिंग कराते हैं। लगभग 400-500 किसान उनके साथ जुड़े हुए हैं।
उपलब्ध उत्पाद और उनके फायदे
फूल | उत्पाद | फायदे |
---|---|---|
ब्लू पी (ब्लू बटरफ्लाई पी) | ब्लू टी | एंटी एजिंग, एंटीऑक्सीडेंट, एंटी डायबिटिक |
रोज फ्लावर | रोज टी, गुलकंद, मुरब्बा | फ्रैग्रेंस और फ्लेवर बरकरार, एंटीऑक्सीडेंट |
कैमोमाइल फ्लावर | कैमोमाइल टी | आरामदायक नींद, एंटी इन्फ्लेमेटरी |
हिबिस्कस फ्लावर | हिबिस्कस टी | ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद |
लेमन ग्रास | लेमन ग्रास टी | फ्लेवर और खुशबू, एंटीऑक्सीडेंट |
मार्केटिंग और डिमांड
शिवरा ने खुद ही मार्केटिंग का जिम्मा उठाया है। उनकी क्वालिटी प्रोडक्ट की डिमांड इतनी है कि प्रोडक्ट कभी बचते नहीं हैं।
निवेश और चैलेंजेज
शिवरा ने 10,000 रुपये से शुरुआत की थी और धीरे-धीरे प्रोडक्ट की क्वांटिटी बढ़ाते गए। उन्होंने खुद ही लॉजिस्टिक का काम किया और किसानों को भी इसमें जोड़ते गए।
चैलेंज | समाधान |
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रात में फूल तोड़ना | सुबह नाश्ता करके फूल तोड़ना और कलेक्शन यूनिट में देना |
मार्केटिंग और डिमांड का असंतुलन | सोलर ड्रायर का उपयोग करके क्वालिटी प्रोडक्ट तैयार करना |
मशीनरी का उपयोग | सोलर ड्रायर, पाउडर मेकिंग मशीन, साइज स्मल करने की मशीन |
निष्कर्ष
फूलों से लाखों का मुनाफा कमाने के लिए शिवरा निषाद की कहानी प्रेरणादायक है। उनकी कड़ी मेहनत और इनोवेटिव सोच ने उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचाया। सोलर ड्रायर की तकनीक का उपयोग करके उन्होंने न केवल अपने उत्पादों की क्वालिटी बरकरार रखी, बल्कि किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार किया।
अगर आप भी फूलों से जुड़े व्यवसाय में कदम रखना चाहते हैं, तो शिवरा निषाद की रणनीतियों को अपनाकर सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।
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