Business form Home: दोस्तों, भारत में बाबा रामदेव, श्री श्री रविशंकर और सदगुरु जैसे योग और आध्यात्मिक गुरु अपने हर्बल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन बेचकर ई-कॉमर्स बिजनेस में बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। इन प्रोडक्ट्स की प्राकृतिक गुणों के कारण लोग इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। इस लेख में, हम इस बढ़ते हुए बाजार में कैसे प्रवेश करें, चाहे आपका बजट छोटा हो या बड़ा, इसके बारे में चर्चा करेंगे।
हर्बल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स का बढ़ता बाजार
2019 के बाद से, लोगों का ध्यान अपनी सेहत और इम्यूनिटी पर ज्यादा हो गया है। इसी कारण, हर्बल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स की मांग बढ़ गई है। पहले ये प्रोडक्ट्स ज्यादातर ऑफलाइन स्टोर्स में मिलते थे, लेकिन अब ये Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी खूब बिक रहे हैं।
बिजनेस शुरू करने के तीन प्रकार के निवेशक
इस बिजनेस में आने से पहले, यह जानना महत्वपूर्ण है कि आपका बजट क्या है और आप किस प्रकार के निवेशक हैं। आमतौर पर तीन प्रकार के निवेशक होते हैं:
निवेशक का प्रकार | बजट रेंज | सही रणनीति |
---|---|---|
छोटे बजट के निवेशक | ₹50,000 से ₹1 लाख तक | कम इन्वेंट्री से शुरुआत करें, बाजार का परीक्षण करें |
मध्यम बजट के निवेशक | ₹4-5 लाख | ऑपरेशन्स को बढ़ाएँ, प्रोडक्ट रेंज का विस्तार करें |
बड़े पैमाने के निवेशक | ₹5 लाख से अधिक | मैन्युफैक्चरिंग में निवेश करें और बड़े पैमाने पर काम करें |
बिजनेस शुरू करने के महत्वपूर्ण पहलू
ऑनलाइन हर्बल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स बेचने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है:
1. फीस और प्रॉफिट मार्जिन को समझना
Amazon और Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म्स पर प्रोडक्ट्स बेचने के लिए विभिन्न प्रकार की फीस लगती हैं:
फीस का प्रकार | विवरण | उदाहरण राशि (₹315 के प्रोडक्ट के लिए) |
---|---|---|
लिस्टिंग फीस | प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट्स लिस्ट करने की फीस | ₹10 |
कमीशन फीस | प्रत्येक बिक्री पर प्लेटफॉर्म का कमीशन | 10% (₹31.5) |
शिपिंग फीस | प्रोडक्ट्स की शिपिंग की लागत | ₹40 (राष्ट्रीय) |
जीएसटी | बिक्री पर वस्तु और सेवा कर (GST) | कुल फीस का 18% |
उदाहरण के लिए, यदि आप Amazon पर ₹315 में एक प्रोडक्ट बेचते हैं, तो सभी फीस और जीएसटी घटाने के बाद, आपको प्रति यूनिट लगभग ₹8.33 का ग्रॉस प्रॉफिट मिल सकता है। इसलिए, प्रोडक्ट्स की कीमत तय करते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
प्रॉफिट मार्जिन की गणना का उदाहरण
बिक्री मूल्य | लिस्टिंग फीस | कमीशन | शिपिंग फीस | जीएसटी | कुल फीस | ग्रॉस प्रॉफिट |
---|---|---|---|---|---|---|
₹315 | ₹10 | ₹31.5 | ₹40 | ₹19.3 | ₹100.8 | ₹8.33 |
2. आवश्यक दस्तावेज़
इस श्रेणी में ई-कॉमर्स बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
दस्तावेज़ का प्रकार | उद्देश्य |
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PAN कार्ड | टैक्स के लिए व्यक्तिगत पहचान |
जीएसटी सर्टिफिकेट | वस्तु और सेवा कर (GST) के लिए पंजीकरण |
करंट बैंक अकाउंट | बिजनेस लेनदेन के लिए बैंक खाता |
ट्रेडमार्क सर्टिफिकेट | अपने ब्रांड और प्रोडक्ट्स की सुरक्षा के लिए |
FSSAI लाइसेंस | खाद्य उत्पादों के लिए सुरक्षा मानक |
AYUSH सर्टिफिकेट | आयुर्वेदिक और हर्बल प्रोडक्ट्स के लिए अनुपालन |
3. प्रॉफिट की गणना और मार्जिन प्रबंधन
नेट प्रॉफिट की गणना करते समय सभी खर्चों को ध्यान में रखें, जिसमें पैकेजिंग, लेबर, और विज्ञापन शामिल हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप ‘amazon2’ के टी बैग्स ₹199 में बेचते हैं और नेट प्रॉफिट ₹20 प्रति यूनिट होता है, तो भी उच्च बिक्री मात्रा के कारण कुल प्रॉफिट बहुत अधिक हो सकता है। प्रॉफिट को अधिकतम करने के लिए लागत प्रबंधन महत्वपूर्ण है।
प्रोडक्ट | बिक्री मूल्य | प्रति यूनिट नेट प्रॉफिट | मासिक बिक्री यूनिट्स | कुल मासिक प्रॉफिट |
---|---|---|---|---|
Amazon2 टी बैग्स | ₹199 | ₹20 | 5,000 | ₹1,00,000 |
Himalayaethos हनी | ₹315 | ₹8.33 | 12,000 | ₹99,960 |
4. विभिन्न प्लेटफॉर्म्स का लाभ उठाना
अपने ई-कॉमर्स वेबसाइट पर प्रोडक्ट्स बेचना फायदेमंद है, लेकिन प्रमुख प्लेटफॉर्म्स जैसे Amazon पर लिस्टिंग करना दृश्यता और विश्वसनीयता को बढ़ाता है। इन प्लेटफॉर्म्स पर अपनी उपलब्धता का उल्लेख करना आपके ब्रांड की विश्वसनीयता और पहुंच को बढ़ा सकता है।
निष्कर्ष
हर्बल और आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स का बाजार असीमित अवसर प्रदान करता है। चाहे आप सीमित बजट के साथ शुरुआत कर रहे हों या बड़े पैमाने पर मैन्युफैक्चरिंग के लिए तैयार हों, इस बढ़ते बाजार में आपके लिए एक जगह है। सही योजना, दस्तावेज़, और मूल्य निर्धारण रणनीति के साथ, आप इस बढ़ते बाजार में एक सफल स्थान बना सकते हैं।.