3kw Solar System: पीएम सूर्य घर योजना में solar लगा कर 0 करें बिजली बिल

3kw Solar System: आज के समय में बिजली बिल बचाने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए सोलर प्लांट लगाना एक बेहतर विकल्प है। पीएम सूर्य घर योजना 2024 के तहत अब आप सरकारी सब्सिडी पर सोलर प्लांट लगवा सकते हैं। इस ब्लॉग में हम आपको 3 किलोवाट सोलर प्लांट लगाने की प्रक्रिया, लागत, और इसके फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

क्यों चुनें 3 किलोवाट सोलर प्लांट?

3 किलोवाट सोलर प्लांट मध्यम आकार के घरों के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। यह न केवल आपके बिजली बिल को कम करता है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अच्छा है। मेरे घर और मेरे चाचा के घर पर लगे 3 किलोवाट सोलर प्लांट के अनुभव से आपको कुछ आंकड़े बताते हैं:

  • सब्सिडी के बाद लागत: ₹72,000
  • दैनिक बिजली उत्पादन: औसतन 12-15 यूनिट
  • बिजली बिल में बड़ी बचत

3 किलोवाट सोलर प्लांट लगाने की लागत

नीचे 3 किलोवाट सोलर प्लांट की लागत का पूरा विवरण दिया गया है:

आइटमलागत (₹)
सोलर पैनलशामिल
इनवर्टरशामिल
कॉपर वायरिंगशामिल
एसी/डीसी बॉक्सशामिल
अर्थिंग सेटअपशामिल
सिविल वर्कशामिल
कुल लागत₹1,80,000
सब्सिडी₹1,08,000
नेट लागत₹72,000

ध्यान दें: नेट मीटरिंग शुल्क बिजली प्रदाता के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, टॉरेंट पावर नेट मीटरिंग के लिए ₹20,000 लेता है।


सोलर कनेक्शन के प्रकार

सोलर कनेक्शन मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं:

  1. ऑफ-ग्रिड सिस्टम: बिजली बैटरी में स्टोर होती है और वहीं से उपयोग की जाती है।
  2. ऑन-ग्रिड सिस्टम: बिजली ग्रिड में जाती है और जरूरत के समय वहीं से ली जाती है (नेट मीटरिंग की जरूरत होती है)।
  3. हाइब्रिड सिस्टम: ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों का मिश्रण है।

मेरे घर में ऑन-ग्रिड सिस्टम का उपयोग किया गया है, जो ग्रिड से जुड़कर कुशलता से काम करता है।


3 किलोवाट सोलर प्लांट लगाने की प्रक्रिया

  1. अपनी जरूरत का आकलन करें: आपकी सोलर प्लांट क्षमता आपके बिजली कनेक्शन से मेल खानी चाहिए। उदाहरण के लिए, 3 किलोवाट प्लांट के लिए 3 किलोवाट का बिजली कनेक्शन होना जरूरी है।
  2. ऑनलाइन आवेदन करें: पीएम सूर्य घर योजना की वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें, रजिस्टर करें, और सरकार द्वारा स्वीकृत वेंडर चुनें।
  3. जरूरी उपकरण चुनें:
    • सोलर पैनल: 540 वॉट बाइफेसियल हाफ-कट मोनो पैनल (दोनों तरफ से बिजली बनाते हैं)।
    • इनवर्टर: के-सोलर इनवर्टर (वाइ-फाइ के साथ रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए)।
    • अर्थिंग: तीन प्रकार की अर्थिंग – लाइटनिंग, स्ट्रक्चर और इनवर्टर – सुरक्षा के लिए जरूरी।
  4. नेट मीटरिंग सेट करें: इंस्टॉलेशन के बाद नेट मीटरिंग के लिए आवेदन करें। इंस्पेक्टर सेटअप की जांच करेंगे और मंजूरी देंगे।

बिजली उत्पादन और प्रदर्शन

  • दैनिक उत्पादन: प्रत्येक किलोवाट प्लांट 4-5 यूनिट बिजली प्रतिदिन बनाता है।
  • कुल उत्पादन: 3 किलोवाट सिस्टम प्रतिदिन 12-15 यूनिट बिजली बना सकता है।
  • रियल-टाइम मॉनिटरिंग: मोबाइल ऐप के जरिए उत्पादन और प्रदर्शन की निगरानी करें।

मेरे सोलर प्लांट ने 12 दिनों (मानसून के मौसम) में 151 यूनिट बिजली बनाई, जो इसके प्रभावी प्रदर्शन को दर्शाता है।


3 किलोवाट सोलर प्लांट के फायदे

  1. लागत में बचत: सब्सिडी के साथ बिजली बिल कम करें।
  2. पर्यावरण अनुकूल: कार्बन फुटप्रिंट कम करें।
  3. लंबी उम्र: उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण लंबा समय तक चलते हैं।
  4. विस्तार की संभावना: भविष्य की जरूरतों के अनुसार क्षमता बढ़ा सकते हैं।

सोलर प्लांट लगवाने के टिप्स

  • भरोसेमंद वेंडर से सोलर प्लांट खरीदें।
  • सही अर्थिंग सुनिश्चित करें ताकि बिजली संबंधित खतरों से बचा जा सके।
  • उच्च गुणवत्ता वाले सोलर पैनल और इनवर्टर का चयन करें।

निष्कर्ष

पीएम सूर्य घर योजना 2024 के तहत सोलर प्लांट लगवाना आपके घर और पर्यावरण के लिए एक शानदार निवेश है। सरकारी सब्सिडी और सही सेटअप के साथ, आप पैसे बचाते हुए टिकाऊ जीवनशैली अपना सकते हैं।

अगर आप सोलर प्लांट लगवाने के लिए तैयार हैं, तो तुरंत स्वीकृत वेंडर से संपर्क करें और प्रक्रिया शुरू करें। विशेष ऑफर्स के लिए मेरे वेंडर का विवरण डिस्क्रिप्शन में दिया गया है।

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